मास्क की बढ़ती मांग...

रसोई गैस, मिट्टी का तेल, फिल्म के टिकट और मास्क......ये सब अब एक ही कैटागिरी में आ गए हैं, अब आप सोच रहे होंगे कि भला इनमें ऐसी क्या समानता है कि ये एक कैटागिरी में आ गए हैं। अरे भई समानता ये है कि ये सब ब्लैक में मिलने वाली चीजें हैं। पूरे भारत में आपको हर जगह ये चीजें ब्लैक में बिकती मिल जाएंगी। गैस, तेल, टिकट तो पहले से ही ब्लैक में बिकते आ रहे हैं लेकिन अब स्वाइन फ्लू के आ जाने से मास्क भी ब्लैक में मिलने लगे हैं। इस वजह से मास्क बेचने वालों की खूब आमदनी हो रही है। जो मास्क 3 से 5 रुपय में मिलता था वो अब 20 से 25 रुपए तक में बिक रहा है। और जो मास्क 20 से 25 रुपय में बिकता था वो अब 150 से 200 रुपय में बिक रहा है। और तो और मास्क N-95 तो बाजारों से गायब ही हो गया है। और ऐसा नहीं है कि सरकार का मास्क की इस कालाबाजारी पर कौई ध्यान ही नहीं है, बल्कि सरकार तो इस कालाबाजारी को रोकने पर स्वाइन फ्लू को रोकने से ज्यादा ध्यान दे रही है! यहां तक की देश के स्वास्थ्य मंत्री ने तो यहां तक कह दिया कि आम लोगों को मास्क पहनने की जरुरत ही नहीं है। और साथ ही स्वाइन फ्लू से भी डरने की कौई जरुरत नहीं है! अब आप ही बताईये मास्क की इस अवैध बिक्री को रोकने के लिए सरकार और करे भी तो क्या करे..? लेकिन लोग हैं कि मानते ही नहीं मास्क के पीछे पागल हुए जा रहे हैं, यहां तक की ब्लैक में भी खरीद रहें हैं। यह सब देख कर मैनें तो फैसला कर लिया है कि पैसा कमाना है तो मास्क की फैक्ट्री खोली जाए... उम्मीद है कि दिन दोगुनी, रात चौगुनी कमाई होगी। वैसे भी अपने देश में स्वास्थ्य इंतजाम ऐसे हैं कि कौई ना कौई बिमारी तो आती ही रहती है! मतलब मास्क की मांग मुश्किल ही कम होगी, अगर आपको भी मास्क की जरुरत है तो अभी से ऑडर बुक करा दीजिए...कम दामों मे दे दूंगा। याद रखिएगा ऑफर केवल सीमित समय के लिए है।

6 टिप्पणियाँ:

Unknown ने कहा…

Bahut Barhia...isi tarah likhte rahiye...

http://hellomithilaa.blogspot.com
mithilak gap...maithili me

http://mastgaane.blogspot.com
Manpasand Gaane

http://muskuraahat.blogspot.com
Aapke Bheje Photo

Amit K Sagar ने कहा…

ब्लोगिंग जगत में आपका स्वागत है. आपकी सार्थकता के लिए शुभकामनाएं. जारी रहें.
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जश्ने-आजादी की बहुत-बहुत शुभकामनाएं. आज़ादी मुबारक हो.
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उल्टा तीर पर पूरे अगस्त भर आज़ादी का जश्न "एक चिट्ठी देश के नाम लिखकर" मनाइए- बस इस अगस्त तक. आपकी चिट्ठी २९ अगस्त ०९ तक हमें आपकी तस्वीर व संक्षिप्त परिचय के साथ भेज दीजिये.
आभार.
विजिट करें;
उल्टा तीर
http://ultateer.blogspot.com
अमित के सागर

रवि कुमार, रावतभाटा ने कहा…

शुभकामनाएं...

shama ने कहा…

Shubh kaamnaon sahit swagat hai..
likhte rahen, talwaarkee dhaar tez hai..!

Chandan Kumar Jha ने कहा…

बढिया आलेख प्रस्तुत किया है आपने......स्वाईन फ़्लु भी पैसा कमाने का माध्यम बन गया है.

चिट्ठाजगत में आपका स्वागत है.......भविष्य के लिये ढेर सारी शुभकामनायें.

गुलमोहर का फूल

उम्मीद ने कहा…

आप की रचना प्रशंसा के योग्य है . आशा है आप अपने विचारो से हिंदी जगत को बहुत आगे ले जायंगे
लिखते रहिये
चिटठा जगत मे आप का स्वागत है
गार्गी